Social media translation: एक शोक संदेश ने कर दी मुख्यमंत्री की मौत की घोषणा? जानिए ट्रांसलेशन की यह बड़ी चूक

By: MPLive Team

On: Friday, July 18, 2025 2:46 PM

Social media translation: एक शोक संदेश ने कर दी मुख्यमंत्री की मौत की घोषणा? जानिए ट्रांसलेशन की यह बड़ी चूक
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Social media translation: तेजी से बदलती टेक्नोलॉजी ने दुनिया भर की भाषाओं को आपस में जोड़ दिया है। अब कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर किसी भी भाषा में अपनी बात कह सकता है। Facebook, Instagram, X और Google जैसे प्लेटफॉर्म्स ने ऑटो-ट्रांसलेशन की सुविधा देकर संवाद को आसान बना दिया है। पर क्या ये टूल्स हमेशा सही काम करते हैं यह सवाल अब बड़ा बन गया है।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री का मामला बना चेतावनी

हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से जुड़ा एक मामला सुर्खियों में रहा। एक्ट्रेस बी. सरोजा देवी के निधन पर सीएम ऑफिस की ओर से फेसबुक और इंस्टाग्राम पर एक शोक संदेश डाला गया। ये संदेश कन्नड़ भाषा में था जिसे मेटा के ऑटो-ट्रांसलेशन टूल ने अंग्रेजी में गलत अनुवाद कर दिया। अनुवाद में यह कह दिया गया कि खुद मुख्यमंत्री का निधन हो गया है। यह भारी गलती थी जिसकी वजह से मेटा को माफी मांगनी पड़ी।

ट्रांसलेशन की गड़बड़ी और भरोसे की दरार

इस घटना ने यह साबित कर दिया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मौजूद ऑटो-ट्रांसलेशन फीचर अब भी पूरी तरह विश्वसनीय नहीं हैं। खासकर भारतीय भाषाओं जैसे कन्नड़, तमिल, बंगाली या हिंदी के मुहावरे और भावनात्मक अभिव्यक्ति इन टूल्स के लिए समझ पाना मुश्किल हो जाता है। इसका नतीजा यह होता है कि भावनाएं और अर्थ बदल जाते हैं जिससे बड़े भ्रम पैदा हो सकते हैं।

ऑटो ट्रांसलेशन करते समय किन बातों का रखें ध्यान

अगर आप भी सोशल मीडिया पर ऑटो-ट्रांसलेशन का इस्तेमाल करते हैं तो कुछ जरूरी सावधानियां जरूर बरतें। सबसे पहली बात, अनुवाद को हमेशा दोबारा पढ़ें और उसका भाव जांचें। दूसरी बात, कोशिश करें कि अनौपचारिक भाषा या मुहावरों का इस्तेमाल न करें। तीसरी बात, किसी जरूरी दस्तावेज या आधिकारिक पोस्ट के लिए एक से ज्यादा टूल्स का सहारा लें ताकि आप सही अर्थ समझ सकें। सबसे जरूरी बात, जो कहना चाहते हैं उसे सरल और स्पष्ट भाषा में लिखें।

ट्रांसलेशन टूल्स वरदान हैं पर आँख मूंदकर भरोसा न करें

टेक्नोलॉजी ने हमें भाषाओं की दीवारें लांघने की ताकत दी है। लेकिन हर टूल की एक सीमा होती है। ट्रांसलेशन टूल्स हमारे जीवन को आसान जरूर बनाते हैं लेकिन अगर उनका इस्तेमाल सावधानी से न किया जाए तो बात का बतंगड़ भी बन सकता है। इसलिए तकनीक पर भरोसा करें पर सोच-समझकर। तभी हम इसका सही फायदा उठा सकते हैं।

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