जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को गुस्से और गम में डुबो दिया था। इस हमले में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने करीब 26 निर्दोष पर्यटकों को सिर्फ उनके धर्म पूछकर मार डाला था। यह हमला सुनियोजित था और इसके बाद सरकार ने सिर्फ कड़ी निंदा नहीं की बल्कि सीधे जवाबी कार्रवाई की।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के ठिकानों पर सीधा वार
हमले के तुरंत बाद भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इस ऑपरेशन में भारतीय सशस्त्र बलों ने ड्रोन और मिसाइल हमलों के जरिए पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। आतंकियों के साथ-साथ कई पाकिस्तानी सैनिक और अधिकारी भी मारे गए। पाकिस्तान की ओर से जवाबी कार्रवाई की कोशिश की गई लेकिन भारत की एयर डिफेंस ने सभी हमलों को विफल कर दिया।
पाकिस्तान की हवाई घुसपैठ पर लगा ताला
भारत ने सुरक्षा को देखते हुए पाकिस्तान के विमानों की अपने हवाई क्षेत्र में एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके लिए NOTAM (Notice to Airmen) जारी किया गया। यह प्रतिबंध अब और बढ़ा दिया गया है। नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री मुरलीधर महल ने बताया कि अब यह प्रतिबंध 23 अगस्त 2025 तक बढ़ा दिया गया है। यह फैसला रणनीतिक दृष्टिकोण से लिया गया है।
राजस्थान बॉर्डर पर वायुसेना का बड़ा अभ्यास
23 से 25 जुलाई के बीच भारतीय वायुसेना राजस्थान में भारत-पाक सीमा के पास बड़ा सैन्य अभ्यास करने जा रही है। इसके लिए भी NOTAM जारी किया गया है। यह वही इलाका है जहां ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की थी। यह अभ्यास भविष्य की किसी भी चुनौती के लिए तैयार रहने का संकेत है।
संघर्ष विराम के बाद भी सतर्क भारत
हालांकि पाकिस्तान ने बाद में संघर्ष विराम की गुहार लगाई लेकिन भारत अपनी सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं कर रहा। पाकिस्तान अब तक किसी भी तरह की राहत नहीं पा सका है। भारत की यह नीति स्पष्ट है कि जब तक आतंकी गतिविधियां रुकती नहीं, तब तक न तो कूटनीतिक नरमी होगी और न ही हवाई राहत।