त्रिकोणीय श्रृंखला का पहला मुकाबला साउथ अफ्रीका अंडर-19 और जिम्बाब्वे अंडर-19 टीम के बीच खेला गया जिसमें अफ्रीकी टीम ने 278 रनों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इस मुकाबले की सबसे बड़ी खासियत रही जोरिक वैन शाल्कवाइक की तूफानी बल्लेबाज़ी। उन्होंने मैदान के चारों ओर शॉट लगाए और जिम्बाब्वे के गेंदबाज़ों की जमकर धुनाई की।
जोरिक की दोहरी सेंचुरी ने रचा इतिहास
साउथ अफ्रीका अंडर-19 टीम के सलामी बल्लेबाज़ जोरिक वैन शाल्कवाइक ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने मात्र 153 गेंदों में 215 रनों की धमाकेदार पारी खेली। इस पारी में उन्होंने 19 चौके और 16 लंबे छक्के लगाए। जोरिक पुरुषों की यूथ वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड श्रीलंका के हसीथा बोयागोडा के नाम था जिन्होंने 2018 में 191 रन बनाए थे।
टीम का स्कोर पहुंचा 385 रनों तक
जोरिक के साथ-साथ जेसन रॉल्स ने 76 रनों की अहम पारी खेली जबकि पॉल जेम्स ने 41 रन जोड़े। इन तीनों खिलाड़ियों की बेहतरीन पारियों के बदौलत साउथ अफ्रीका की टीम ने 50 ओवरों में 385 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। हालांकि जिम्बाब्वे की ओर से टैटेंडा चिमुगोरो ने 6 विकेट झटके लेकिन उनके अलावा कोई भी गेंदबाज़ प्रभाव नहीं छोड़ सका।
जिम्बाब्वे की शुरुआत सही लेकिन गिरा पूरा ढांचा
जिम्बाब्वे अंडर-19 टीम की शुरुआत अच्छी रही। ओपनर नथानिएल हलबांगाना (31 रन) और कुपक्वाशे मुराजी (40 रन) ने पहले विकेट के लिए 53 रन जोड़े। लेकिन जैसे ही ये दोनों आउट हुए पूरी टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई। एक के बाद एक बल्लेबाज़ लौटते रहे और पूरी टीम सिर्फ 107 रनों पर ऑलआउट हो गई।
जोरिक की बदौलत साउथ अफ्रीका को बड़ी जीत
यह मुकाबला पूरी तरह से जोरिक वैन शाल्कवाइक के नाम रहा। उनकी दोहरी शतकीय पारी ने न केवल टीम को एक विशाल स्कोर दिलाया बल्कि जीत की नींव भी रखी। गेंदबाज़ों ने भी शानदार प्रदर्शन किया और 278 रनों की सबसे बड़ी जीत में अहम भूमिका निभाई। यह मुकाबला क्रिकेट इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा।