Mansa Devi Temple Stampede: हरिद्वार से इस वक्त एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। सोमवार सुबह मां मनसा देवी मंदिर में भारी भीड़ के चलते भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 6 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हुई है जबकि 25 से 30 लोग घायल बताए जा रहे हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है और मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौजूद हैं।
क्यों हुआ यह हादसा?
प्राथमिक जानकारी के अनुसार यह हादसा अत्यधिक भीड़ के कारण हुआ। सावन माह और सोमवार का दिन होने के चलते मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे थे। जैसे ही भीड़ बढ़ी, वहां मौजूद व्यवस्थाएं चरमरा गईं और अचानक भगदड़ मच गई। घबराहट में कई लोग गिर पड़े और उन्हें कुचल दिया गया। कुछ की मौके पर ही मौत हो गई जबकि कई गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
श्रद्धा का प्रमुख केंद्र है मां मनसा देवी मंदिर
हरिद्वार स्थित मां मनसा देवी मंदिर उत्तराखंड का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह मंदिर मां शक्ति के उन तीन सिद्धपीठों में से एक है जहां लाखों श्रद्धालु हर साल मनोकामना पूर्ति के लिए आते हैं। यहां मां मनसा को नागों की देवी और इच्छाएं पूरी करने वाली माता के रूप में पूजा जाता है। मंदिर गंगा नदी के किनारे एक पहाड़ी पर स्थित है जहां रोपवे और सीढ़ियों दोनों रास्तों से पहुंचा जा सकता है।
मनोकामना पूरी करने वाला मंदिर बना मातम का कारण
हरिद्वार आने वाला हर भक्त मां मनसा देवी के दर्शन जरूर करता है। यहां एक खास परंपरा है जहां श्रद्धालु मंदिर में ‘मनसा धागा’ बांधते हैं और मनोकामना पूरी होने पर वह धागा खोलने दोबारा आते हैं। इस मंदिर में विशेष भीड़ नवरात्रि और सावन के महीनों में देखी जाती है। लेकिन आज की भगदड़ ने श्रद्धा के इस स्थान को अफसोस और मातम में बदल दिया।
प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल
इस हादसे के बाद प्रशासन पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। भारी भीड़ के अनुमान के बावजूद पर्याप्त इंतज़ाम न होना अब प्रशासन की लापरवाही मानी जा रही है। भीड़ नियंत्रित करने के लिए कोई विशेष योजना न होना और आपातकालीन व्यवस्था में कमी अब चर्चा का विषय है। मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारी मौके के लिए रवाना हो चुके हैं और विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं।