नई दिल्ली में शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की सातवीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि अटल जी का जीवन, उनका समर्पण और सेवा भाव आने वाली पीढ़ियों को हमेशा एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि, बताया प्रेरणा स्रोत
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा – “पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी पुण्यतिथि पर सभी देशवासियों की ओर से कोटि-कोटि नमन। राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के लिए उनका समर्पण और सेवा भाव हर किसी को प्रेरित करता रहेगा।” पीएम मोदी ने कहा कि वाजपेयी जी की सोच और दूरदर्शिता के कारण ही देश ने विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूत कदम बढ़ाए।
‘सदैव अटल’ स्मारक पर पहुंचे कई दिग्गज नेता
इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और केंद्रीय मंत्रियों समेत कई दिग्गज नेताओं ने दिल्ली स्थित ‘सदैव अटल’ स्मारक पहुंचकर वाजपेयी जी को श्रद्धांजलि दी। यहां सभी नेताओं ने उनके जीवन, उनकी नीतियों और उनके योगदान को याद किया और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प दोहराया।
तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने वाजपेयी
अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से एक थे और तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। 1996 में वे पहली बार प्रधानमंत्री बने, लेकिन उनकी सरकार सिर्फ 13 दिन चली। इसके बाद 1998 में फिर प्रधानमंत्री बने और 13 महीने तक पद संभाला। 1999 में वे तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और इस बार उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया। वे देश के पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे जिन्होंने पूरा कार्यकाल पूरा किया।
आर्थिक सुधार और तेज विकास का श्रेय
वाजपेयी जी को देश में आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने का श्रेय दिया जाता है। उनके कार्यकाल में न सिर्फ बुनियादी ढांचे पर जोर दिया गया बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा भी मिली। स्वर्णिम चतुर्भुज जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं से लेकर परमाणु परीक्षण तक, वाजपेयी के नेतृत्व ने भारत को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाई। आज भी उन्हें एक संवेदनशील कवि, दूरदर्शी नेता और सशक्त प्रधानमंत्री के रूप में याद किया जाता है।