रणबीर कपूर, साईं पल्लवी और यश स्टारर फिल्म ‘रामायण’ को लेकर दर्शकों में जबरदस्त उत्साह है। इस फिल्म को अब तक की सबसे महंगी बॉलीवुड फिल्म बताया जा रहा है, जिसमें मेकर्स ने खर्चे की कोई सीमा नहीं रखी है। हाल ही में फिल्म का फर्स्ट लुक टीज़र सामने आया, जिसमें रणबीर भगवान राम और यश रावण के किरदार में नज़र आए। इस फिल्म में वरिष्ठ अभिनेत्री इंदिरा कृष्णन माता कौशल्या की भूमिका निभा रही हैं। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में फिल्म को लेकर कई महत्वपूर्ण खुलासे किए और बताया कि निर्देशक नीतेश तिवारी ने कैसे हर छोटे-बड़े पहलुओं का बारीकी से ध्यान रखा है।
असली गहनों और खास पोशाकों से सजाए गए किरदार
इंदिरा कृष्णन ने बताया कि फिल्म के हर किरदार की पोशाक और गहनों को असली और भव्य बनाया गया है। फैशन डिज़ाइनर्स रिम्पल और हरप्रीत ने अधिकतर किरदारों की वेशभूषा तैयार की है। हर पोशाक को एक-दूसरे से बिल्कुल अलग और विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है ताकि कोई भी किरदार दोहराव का शिकार न हो। उन्होंने बताया कि माता कौशल्या के किरदार के लिए कपड़े और गहनों की एक पूरी टेबल भर जाती थी और हर बार देखा जाता था कि यह पर्दे पर कैसे दिखाई देगा।
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फिल्म के लिए तैयार किए गए असली सोने के गहने
इंदिरा ने यह भी बताया कि फिल्म में जो गहने किरदारों ने पहने हैं वे असली सोने से बनाए गए हैं। उन्होंने कहा, “मेरे सभी कॉस्ट्यूम्स बहुत भारी और बेहद सुंदर हैं। रिम्पल और हरप्रीत ने शानदार काम किया है। माता कौशल्या के लिए जो कपड़े और गहने बनाए गए हैं, उन्हें पहनकर लगता है मानो मैं सच में उस युग में पहुंच गई हूं।” उन्होंने यह भी साझा किया कि शूटिंग से पहले लुक टेस्ट किया जाता था ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि स्क्रीन पर यह सब कुछ कैसा नजर आएगा।
रणबीर कपूर संग ‘एनिमल’ में भी कर चुकी हैं काम
इंदिरा कृष्णन ने यह भी बताया कि हर किरदार की पहचान को बनाए रखने के लिए निर्देशक और टीम ने रंगों के संयोजन से लेकर डिज़ाइन तक का विशेष ध्यान रखा। उन्होंने कहा, “नीतेश तिवारी इस बात का खास ख्याल रखते हैं कि भीड़ में भी अगर कौशल्या खड़ी हैं, तो उनकी पहचान अलग होनी चाहिए।” उन्होंने यह भी याद दिलाया कि उन्होंने रणबीर कपूर के साथ पहले भी काम किया है। वह फिल्म ‘एनिमल’ में एक अहम भूमिका में नज़र आई थीं।
‘रामायण’ फिल्म के निर्माण में जिस तरह की सूक्ष्मता और भव्यता का उपयोग किया गया है, उससे यह साफ है कि यह फिल्म सिर्फ एक ऐतिहासिक गाथा नहीं, बल्कि एक दृश्य अनुभव होने जा रही है। इंदिरा कृष्णन जैसे वरिष्ठ कलाकारों का इसमें होना, फिल्म की गंभीरता और गुणवत्ता को और अधिक बढ़ाता है। दर्शकों को अब बेसब्री से इंतजार है इस फिल्म के रिलीज़ का, जो भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।