Sawan Shivratri 2025: सावन मास की पावन शिवरात्रि के अवसर पर पूरे देश के शिवालयों में आस्था की बयार बह रही है। जैसे ही आधी रात का समय हुआ, मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। हर ओर “हर हर महादेव” और “बोल बम” के जयकारों से वातावरण भक्तिमय हो गया। शिवभक्त जल, दूध, दही और घी से भगवान शिव का जलाभिषेक कर रहे हैं।
महाकाल मंदिर में हुई भस्म आरती
उज्जैन स्थित विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में इस विशेष अवसर पर सुबह वेद मंत्रों के साथ भगवान महाकाल का अभिषेक किया गया। इसके बाद भस्म आरती हुई, जिसमें देशभर से आए हजारों भक्तों ने भाग लिया। इस आरती को देखने और अनुभव करने के लिए लोग रात से ही मंदिर परिसर में जमा हो गए थे।
शिवालयों में दिखा भक्ति का अद्भुत संगम
देश के कोने-कोने से आई खबरों के अनुसार अयोध्या, हरिद्वार, वाराणसी, प्रयागराज, दिल्ली, गाजियाबाद, अंबाला और बुलंदशहर जैसे शहरों के शिव मंदिरों में जनसैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर जल चढ़ाकर पुण्य लाभ अर्जित किया और अपनी मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना की।
कांवड़ यात्रा ने पकड़ी रफ्तार, शिवभक्ति में सराबोर यात्री
सावन शिवरात्रि के दिन कांवड़ यात्रा अपने चरम पर पहुंच गई। गाजियाबाद, मेरठ, बागपत सहित कई जिलों में कांवड़िए ट्रकों और मोटरसाइकिलों पर अपने गंतव्य की ओर बढ़ते नजर आए। हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सड़कों पर जय शिव शंकर के जयकारों की गूंज सुनाई दी।
श्रद्धा से सिद्धि की राह
यह माना जाता है कि जो भी भक्त सावन शिवरात्रि के दिन सच्चे मन से भोलेनाथ का पूजन करता है, उसकी सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं। यही कारण है कि भक्त जल, दूध, दही, शहद और बेलपत्र अर्पित कर भगवान शिव को प्रसन्न करने में लगे हैं। हर वर्ग के लोग—बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं और युवा—पूरे उत्साह से इस पर्व में भाग ले रहे हैं।