मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक बड़ी खबर सामने आई है। आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए भोपाल नगर निगम ने शहर में 10 विशेष तिथियों पर मीट और मछली की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है। यह फैसला धार्मिक भावनाओं और सामाजिक सद्भाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। नगर निगम का कहना है कि इन खास दिनों में यदि कोई व्यक्ति मीट या मछली बेचते पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उसका लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है।
किन तिथियों पर लागू होगा प्रतिबंध?
नगर निगम भोपाल ने 15 अगस्त से 21 अक्टूबर 2025 के बीच कुल 10 विशेष तिथियां तय की हैं, जिन पर मीट और मछली की बिक्री पर रोक रहेगी। ये तिथियां इस प्रकार हैं:
- 15 अगस्त – स्वतंत्रता दिवस
- 16 अगस्त – श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
- 27 अगस्त – गणेश चतुर्थी
- 28 अगस्त – पर्युषण पर्व का पहला दिन
- 3 सितंबर – डोल ग्यारस
- 6 सितंबर – अनंत चतुर्दशी व पर्युषण पर्व का अंतिम दिन
- 9 सितंबर – संवत्सरी उत्तम क्षमा दिवस
- 2 अक्टूबर – महात्मा गांधी जयंती
- 7 अक्टूबर – महर्षि वाल्मीकि जयंती
- 21 अक्टूबर – भगवान महावीर का 2500वां निर्वाण दिवस
इन तिथियों पर नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सभी मीट और मछली की दुकानें बंद रहेंगी।
नगर निगम का कड़ा रुख और कार्रवाई की चेतावनी
भोपाल नगर निगम के जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि उपरोक्त सभी तिथियों पर नगर निगम सीमा में स्थित सभी मीट दुकानों को बंद रखना अनिवार्य है। किसी भी दुकान को इन दिनों खुला पाया गया तो संबंधित दुकानदार के खिलाफ लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी और पुलिस में मामला दर्ज किया जाएगा। निगम ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि कोई दुकानदार इस आदेश का उल्लंघन करता है, तो इसके लिए वही पूरी तरह से जिम्मेदार होगा।
सामाजिक सौहार्द के लिए लिया गया फैसला
नगर निगम ने अपने आदेश में कहा है कि यह निर्णय धार्मिक त्योहारों की पवित्रता बनाए रखने और शहर में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है। कई बार त्योहारों के दौरान मांसाहार की बिक्री को लेकर सामाजिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। ऐसे में प्रशासन पहले से ही इस दिशा में कदम उठाकर शांति व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश कर रहा है। यह कदम जहां एक ओर धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करता है, वहीं दूसरी ओर भोपाल शहर को शांतिपूर्ण माहौल देने की दिशा में भी एक सकारात्मक पहल है। नगर