हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रामपुर के दरशाल क्षेत्र में बुधवार रात करीब 10:15 बजे बादल फटने की घटना से अफरा-तफरी मच गई। इस हादसे के कारण टकलेच बाजार के बीच से बहने वाले नोगली नाले में अचानक बाढ़ आ गई। पानी की तेज़ धाराएं निचले इलाकों की ओर बहने लगीं, जिससे वहां रहने वाले लोगों में दहशत फैल गई। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत स्थिति को संभालते हुए राहत कार्य शुरू किए और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। समय पर कार्रवाई के चलते किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
जाखू में पेड़ गिरने से मार्ग अवरुद्ध, जिला प्रशासन रहा मुस्तैद
शिमला के जाखू क्षेत्र में भारी बारिश के चलते एक बड़ा पेड़ और मलबा सड़क पर गिर गया, जिससे मार्ग कुछ घंटों के लिए अवरुद्ध हो गया। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और जेसीबी की मदद से सड़क को जल्द ही साफ करवा दिया गया। भारी बारिश के कारण हिल स्टेशन में बादलों की घनी परत छा गई, जिससे दृश्यता भी काफी कम हो गई थी। लेकिन प्रशासन की सतर्कता और त्वरित कार्यवाही ने स्थिति को नियंत्रण में रखा।
किन्नौर में भी बादल फटने से नेशनल हाईवे-5 बंद, रालडंग खड्ड में बाढ़
किन्नौर जिले के पूह ब्लॉक के स्किब्बा गांव के पास रालडंग खड्ड में भी बादल फटने की खबर सामने आई है। इस घटना से नेशनल हाईवे-5 पर 150 मीटर लंबा हिस्सा कीचड़ और बड़े पत्थरों से भर गया, जिससे वहां यातायात पूरी तरह से रुक गया। अचानक आई बाढ़ के कारण भारी मात्रा में मलबा और चट्टानें सड़क पर गिर गईं, हालांकि इस घटना में किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है। प्रशासन की टीम मौके पर राहत और मलबा हटाने के कार्य में जुटी हुई है।
8 और 9 अगस्त को भारी बारिश का अलर्ट, सामान्य से 38% अधिक वर्षा दर्ज
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, 7 अगस्त को सिरमौर जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। 8 और 9 अगस्त को ऊना, चंबा, कांगड़ा, सिरमौर और सोलन जिलों में तेज बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा ने बताया कि 5 अगस्त तक राज्य में सामान्य से 38 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है। इससे पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और जलभराव की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और बादल फटने की घटनाएं गंभीर चिंता का विषय बनती जा रही हैं। प्रशासन की तत्परता से अब तक जानमाल का कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में और सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।