Karnataka: बुधवार को दक्षिण कन्नड़ जिले के धर्मस्थल में उस वक्त तनाव का माहौल बन गया जब तीन यूट्यूब चैनलों से जुड़े चार पत्रकारों पर भीड़ ने हमला कर दिया। ये पत्रकार “बिग बॉस कन्नड़” स्टार रजत का इंटरव्यू कर रहे थे तभी पंगला क्रॉस के पास 50-60 लोगों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया और कैमरा व अन्य उपकरण तोड़ डाले। हमले में एक पत्रकार की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी को उजिरे के बेनाका अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पत्थरबाजी और लाठीचार्ज से बिगड़ा माहौल
हमले के बाद इलाके में दो गुटों के बीच गाली-गलौच और पत्थरबाजी शुरू हो गई। पुलिस ने स्थिति को संभालने की कोशिश की लेकिन भीड़ के उग्र होने के संकेत मिलते ही हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है। जिला पुलिस अधीक्षक अरुण के ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा कि आरोपियों की पहचान के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी।
15 वर्षों से दफन हो रहे थे गुनाह?
धर्मस्थल में इन दिनों सामूहिक कब्रों की अफवाहों ने हलचल मचा दी है। एक सामाजिक कार्यकर्ता का दावा है कि पिछले 15 वर्षों में कई महिलाओं और नाबालिगों के साथ यौन शोषण के बाद उन्हें जंगलों में गुप्त रूप से दफनाया गया। एक पूर्व सफाईकर्मी ने खुलासा किया है कि 1995 से 2014 के बीच उसे ऐसे कई शव दफनाने के लिए मजबूर किया गया था जिनमें से कई के शरीर पर यौन उत्पीड़न के निशान थे। यह दावा पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ है।
2012 की छात्रा की मौत का कनेक्शन?
इस घटना की पृष्ठभूमि में 2012 की एक दर्दनाक घटना है जब धर्मस्थल में एक कॉलेज छात्रा के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई थी। हमला उसी छात्रा के घर के पास हुआ जहां पत्रकार इंटरव्यू कर रहे थे। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि क्या इन दोनों घटनाओं का कोई संबंध है या यह केवल संयोग है। जांच एजेंसियों के लिए यह मामला अब और पेचीदा हो गया है।
सरकार की सख्त चेतावनी, SIT कर रही जांच
कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर खंडारे ने स्पष्ट किया है कि अगर धर्मस्थल के जंगल क्षेत्रों में अवैध रूप से शवों को दफनाने की पुष्टि होती है तो संबंधित अधिकारियों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। राज्य सरकार ने एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है जो पिछले दो दशकों में हुए कथित सामूहिक हत्याओं, दुष्कर्म और अवैध दफन की जांच कर रही है।