हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में तबाही मचा दी है। शिमला और किन्नौर सहित कई जिलों में भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। इससे वाहनों को भारी नुकसान हुआ है। कई कारें पानी में बह गईं तो कई गाड़ियां मलबे में दब गईं। स्कूल और कॉलेजों को सावधानी के तौर पर बंद कर दिया गया है। कुछ लोग घायल भी हुए हैं। भारतीय सेना राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है और बाढ़ वाले क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है।
शिमला में भूस्खलन की घटनाएं
शिमला में आईजीएमसी अस्पताल के पास भारी बारिश के बाद भूस्खलन हुआ। इस दौरान दो कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। इसके अलावा शिमला के कई अन्य क्षेत्रों में भी भूस्खलन की खबरें मिली हैं। डीडीएमए शिमला ने सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का निर्णय लिया। जूब्बल उपमंडल में लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण सड़कों पर अवरोध बने हुए हैं, इसलिए बुधवार रात से सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं।
किन्नौर में अचानक बाढ़ और राहत कार्य
किन्नौर के होजिस लुंगपा नाला में बुधवार शाम अचानक बाढ़ आ गई। यह क्षेत्र सड़कों के निर्माणाधीन इलाके में था। रिषि डोगरी घाटी के ऊपरी हिस्सों में बादलों के भारी गिरने से सतलुज नदी पर बने पुल को बहा दिया गया और एक व्यक्ति घायल हुआ। भारतीय सेना ने लॉजिस्टिक्स ड्रोन हाई अल्टीट्यूड सिस्टम का इस्तेमाल करते हुए फंसे लोगों को आवश्यक वस्तुएं जैसे भोजन और नारियल पानी पहुंचाया। फंसे नागरिकों को सुरक्षित ऊंचाई पर ले जाया गया और घायल व्यक्ति को रेकोंग पिओ के क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कोटखाई में मलबे में दबे वाहन
कोटखाई के नोटी खड़ में क्लाउडबर्स्ट के बाद कई वाहन खल्टुनाला पेट्रोल पंप के पास मलबे में दब गए। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मलबे के कारण यातायात बाधित हो गया और लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई। प्रशासन और स्थानीय लोग राहत कार्य में जुटे हुए हैं ताकि फंसे हुए लोगों और वाहनों को निकाला जा सके।
भविष्य के लिए चेतावनी और सावधानी
मौसम विभाग ने उत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में सतर्क रहने की अपील की गई है। प्रशासन ने नागरिकों से निवेदन किया है कि वे बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में न जाएं और सुरक्षित स्थानों पर रहें। सेना और स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में लगातार लगे हुए हैं ताकि किसी भी तरह की मानव हानि से बचा जा सके।