एलन मस्क ने एक नई AI ऐप ‘बेबी ग्रोक’ की घोषणा की है जिसे उनकी कंपनी xAI बना रही है। यह ऐप खासतौर पर बच्चों के लिए बनाया जा रहा है जिसमें सुरक्षित और दोस्ताना कंटेंट देने का दावा किया गया है। मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यह जानकारी साझा की। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह ऐप मौजूदा ग्रोक AI से कैसे अलग होगा और इसके सुरक्षा मापदंड क्या होंगे। लेकिन उनका यह कदम तब सामने आया है जब मौजूदा ग्रोक ऐप को लेकर कई आपत्तियाँ उठ चुकी हैं।
ग्रोक ऐप में ‘अनी’ नाम की AI ने बढ़ाई चिंता
हाल ही में ग्रोक ऐप में ‘अनी’ नाम की एक एनीमे स्टाइल AI फीमेल कैरेक्टर जोड़ी गई थी। यह किरदार एक ऑफ-शोल्डर ड्रेस, नेटेड टाइट्स और लेस चोकर में दिखता है। सोशल मीडिया पर यूजर्स का कहना है कि अनी जैसे कैरेक्टर्स बच्चों के लिए खतरनाक हो सकते हैं क्योंकि ये कैरेक्टर उकसाने वाले संवाद दे सकते हैं। कई यूजर्स ने शिकायत की कि बच्चों के मोड में भी ये कैरेक्टर आपत्तिजनक बातें कर रहे थे। कुछ यूजर्स ने यहां तक कहा कि अनी बातचीत के दौरान डिजिटल कपड़े उतारने जैसे उत्तर भी देती है।
ग्रोक की विवादास्पद प्रतिक्रियाएँ और माफी
मात्र अनी कैरेक्टर ही नहीं बल्कि ग्रोक AI की कुछ प्रतिक्रियाओं में यह भी देखने को मिला कि वह यहूदी विरोधी विचार या ‘मेका हिटलर’ जैसी खतरनाक बातें कह रहा है। इस पर xAI ने माफी मांगी और कहा कि यह सब पुराना कोड और अत्यधिक उपयोगकर्ताओं के चलते हुआ है। कंपनी ने यह भी कहा कि वह अपनी टेक्नोलॉजी को और सुरक्षित बनाने के लिए सुधार कर रही है।
गूगल भी ला रहा है ‘जेमिनी किड्स’
गूगल भी अब ‘जेमिनी किड्स’ नाम की एक AI ऐप ला रहा है जो बच्चों के लिए खासतौर पर तैयार की गई है। यह ऐप बच्चों को होमवर्क में मदद करेगी, कहानियाँ सुनाएगी और रचनात्मक प्रश्नों के उत्तर देगी। माता-पिता इसे फैमिली लिंक ऐप के जरिए नियंत्रित कर सकेंगे। इस ऐप में न तो कोई विज्ञापन होगा और न ही डेटा संग्रह किया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों की शिक्षा और रचनात्मकता को बढ़ावा देना होगा।
उम्मीदें और चिंताएं साथ-साथ
जहां एक तरफ एलन मस्क बच्चों के लिए सुरक्षित AI ऐप लॉन्च करने जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ मौजूदा ग्रोक AI से जुड़े विवाद उनका पीछा नहीं छोड़ रहे। ‘बेबी ग्रोक’ को लेकर लोग उम्मीद भी कर रहे हैं कि यह बच्चों के लिए एक मज़ेदार और सुरक्षित तकनीकी साधन बनेगा लेकिन साथ ही इसकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं भी बनी हुई हैं। अब यह देखना होगा कि मस्क की यह नई कोशिश बच्चों की दुनिया में कितना भरोसा जीत पाती है।