जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इस मामले में किसी और ने नहीं, बल्कि कंपनी के ही कर्मचारियों ने अपने साझेदारों के फर्जी हस्ताक्षर करके उनसे करीब 7.5 करोड़ रुपये ठग लिए। इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दरअसल, मामला केपी बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स कंपनी द्वारा की गई एक बड़ी धोखाधड़ी का है। कंपनी ने कछपुरा में एक कॉलोनी बनाई थी। कंपनी ने नगर निगम को कंप्लीशन सर्टिफिकेट और विकास शुल्क के नाम पर 3 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। कंपनी के साझेदारों ने बैलेंस शीट में गड़बड़ी की और नगर निगम को 9 करोड़ रुपये बकाया हो गए।
इस तरह बड़ी चालाकी से नौकरों, साझेदारों और भाइयों के खातों में करोड़ों रुपये ट्रांसफर कर दिए गए। आरोपी विनय दुबे, आकाश साहू, धर्म प्रकाश राजपूत, अमित राजपूत के खिलाफ साजिश और गबन का केस दर्ज किया गया है। बिल्डर्स एंड प्रमोटर्स कंपनी ने अपने ही साझेदारों से 7.5 करोड़ रुपये की ठगी की। यह गबन साझेदारों के जाली हस्ताक्षर करके किया गया।