भोपाल की क्राइम ब्रांच ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत दो बड़े एमडी ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम सैफुद्दीन और शाहरुख हैं जो शहर के क्लब और पार्टी आयोजनों में एमडी (मेथामफेटामाइन) पाउडर की सप्लाई करते थे। इनसे लगभग 15 ग्राम एमडी ड्रग्स, एक स्कूटी और मोबाइल फोन जब्त किया गया जिसकी कीमत करीब 3 लाख रुपये बताई जा रही है।
पांच तस्करों से अब तक 40 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त
क्राइम ब्रांच के अनुसार वर्ष 2025 में अब तक 5 अलग-अलग आरोपियों से कुल 40 ग्राम एमडी ड्रग्स जब्त किए जा चुके हैं। पुलिस लगातार युवाओं के बीच बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति और क्लब संस्कृति पर नजर रखे हुए है। अधिकारियों का मानना है कि इस ड्रग्स की पहुंच तेजी से क्लब और जिम जैसी जगहों तक फैल रही है जहां युवा वर्ग इसका आसान शिकार बनता जा रहा है।
चेन मार्केटिंग की तरह फैल रहा था ड्रग्स का नेटवर्क
जांच में चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि आरोपी नशे की शुरुआत मुफ्त ड्रग्स देकर करते थे। लड़कियों को पहले मुफ्त में एमडी दी जाती थी ताकि वे पार्टी की “आकर्षण का केंद्र” बन सकें। इसके बाद धीरे-धीरे उन्हें और दूसरे युवाओं को महंगे दाम पर ड्रग्स बेचा जाता था। कुछ डॉक्टर भी इसमें शामिल पाए गए जो डिप्रेशन के इलाज के नाम पर युवाओं को गलत दवाएं दे रहे थे। पुलिस का कहना है कि यह पूरा नेटवर्क चेन मार्केटिंग के तरीके से काम कर रहा है।
क्लब संचालकों की भूमिका की भी जांच
क्राइम ब्रांच अब क्लब संचालकों, मैनेजरों और आयोजकों की भूमिका की भी जांच कर रही है। अगर इनकी संलिप्तता पाई जाती है तो उनके लाइसेंस रद्द किए जाएंगे और उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाएगा। पुलिस इस पूरे नेटवर्क को जड़ से उखाड़ने के लिए गहराई से पूछताछ कर रही है ताकि ड्रग्स की इस चेन को रोका जा सके।
मुखबिर की सूचना से हुई गिरफ्तारी
पुलिस को एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि गोविंदपुरा थाना क्षेत्र के सब्जी मंडी टिन शेड के पास दो युवक ग्रे रंग की स्कूटी पर बैठे हैं जिनके पास एमडी पाउडर है और वे ग्राहक का इंतजार कर रहे हैं। सूचना के अनुसार पुलिस ने मौके पर दबिश दी और दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इनमें से एक आरोपी सैफुद्दीन पूर्व में भी क्राइम ब्रांच के एक मामले में वांछित था जिस पर 5000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था।