साध्वी रीना रघुवंशी गिरफ्तार, राम मंदिर के लिए जमा राशि में की थी 90 लाख की ठगी!

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Reena Raghuvanshi arrested: चौरई पुलिस ने साध्वी रीना रघुवंशी को 90 लाख रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया है। रीना के खिलाफ कनक बिहारी बाबा के खाते से धोखाधड़ी कर पैसे निकालने का मामला दर्ज किया गया है। उन्हें सोमवार रात नर्मदापुरम से गिरफ्तार किया गया।

खबर मिलते ही रघुवंशी समाज के लोग मंगलवार दोपहर थाने पहुँच गए। मामला चौरई के कनक धाम नानी बाड़ा का है। साध्वी ने बिना कोई जानकारी दिए धोखाधड़ी कर पैसे निकाले थे। यह पैसा राम मंदिर निर्माण के लिए इकट्ठा किया गया था।

चालाकी से गुरु महंत के बैंक खाते से अपना नंबर लिंक किया

रीना रघुवंशी ने चालाकी से अपना मोबाइल नंबर गुरु महंत कनक बिहारी दास के बैंक खाते से लिंक कर लिया था। राम मंदिर के लिए प्राप्त दान इसी खाते में जमा होता था। रीना ने अपने भाई हर्ष के साथ मिलकर पैसों का गबन किया था।

अग्रिम ज़मानत के लिए आवेदन

जब गोपनीय जानकारी लीक हुई और मामला पुलिस तक पहुँचा, तो उसने अग्रिम ज़मानत के लिए आवेदन किया। आवेदन में कहा गया था कि वह 90 लाख रुपये वापस कर देगी। इसे देखते हुए मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने ज़मानत दे दी।

बाद में, उसने पैसे वापस नहीं किए और फरार हो गया। जब पुलिस ने उस पर फिर से शिकंजा कसने की कोशिश की, तो उसने फिर से अग्रिम ज़मानत के लिए आवेदन किया। इस बार उच्च न्यायालय ने अग्रिम ज़मानत खारिज कर दी।

रीना रघुवंशी नर्मदापुरम में छिपी हुई थी

पुलिस तब से उसकी तलाश कर रही थी। उस समय, रीना रघुवंशी नर्मदापुरम जिले के चांदपुर गाँव के भैरवनाथ मंदिर में छिपी हुई थी। पुलिस ने उसे वहीं से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी की खबर सुनते ही रघुवंशी समुदाय के लोग इकट्ठा हो गए।

गिरफ़्तारी में समुदाय की अहम भूमिका

रीना रघुवंशी और उसके भाई की गिरफ़्तारी में रघुवंशी समुदाय ने अहम भूमिका निभाई। समुदाय के लोगों ने न सिर्फ़ पुलिस को उन दोनों के ठिकाने की जानकारी दी, बल्कि उन पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया।

देवेन्द्र पाण्डेय "संपादक"

ऋषि श्रृंगी मुनि की तपोभूमि सिंगरौली की पावन धरा से निकला. पठन-पाठन से प्यार था लिहाजा पत्रकारिता से बेहतर पेशा कोई और लगा नहीं. अखबार से शुरु हुआ सफर टीवी और डिजिटल मीडिया के माध्यम में जारी है. इस दौरान करीब 14 साल गुजर गए पता ही नहीं चला. Read More
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