मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के नेपानगर थाना क्षेत्र के नवरा गांव से शुक्रवार देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गांव के ही एक युवक ने अपनी प्रेमिका की बेरहमी से गला रेतकर हत्या कर दी, जिससे पूरे गांव में सनसनी फैल गई। मृतका का शव पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया, वहीं पुलिस ने आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी अपनी प्रेमिका पर इस्लाम स्वीकार कर निकाह करने का दबाव बना रहा था।
बहन का आरोप – प्रेम जाल और धर्मांतरण का दबाव
मृतका की बहन ने मीडिया के सामने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपी रईस पिता सिराजुद्दीन, जो नवरा गांव का ही निवासी है, पिछले काफी समय से 18 वर्षीय पायल को प्रेम जाल में फंसा कर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बना रहा था। वह कथित रूप से ‘लव जिहाद’ के इरादे से पायल को बहला रहा था। बहन ने यह भी बताया कि पायल आरोपी की धमकियों से परेशान थी और घटना वाले दिन दोनों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई, जिसके बाद आरोपी ने उसकी गला रेतकर हत्या कर दी।
हिंदू संगठनों का उग्र प्रदर्शन, शव उतारने से किया इनकार
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार ने नेपानगर थाने पहुंचकर मामले की समीक्षा की। मृतका के परिवार की बात सुनने के बाद पूरे गांव में आक्रोश फैल गया। बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के लोग नवरा गांव पहुंचे और जमकर प्रदर्शन किया। जब मृतका का शव पोस्टमॉर्टम के बाद गांव लाया गया तो संगठनों ने शव को एंबुलेंस से उतारने से इनकार कर दिया और गांव की दुकानों को बंद करा दिया। उनकी मांग थी कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी मौके पर आएं और दोषी पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दें।
लव जिहाद कानून के तहत कार्रवाई की मांग, अंतिम संस्कार 18 घंटे बाद
स्थिति को संभालने के लिए नेपानगर के एसडीएम भागीरथ वाखला और जिला एएसपी अंतर सिंह कनेश मौके पर पहुंचे। हिंदू संगठनों ने आरोपी रईस के खिलाफ ‘लव जिहाद’ कानून के तहत कार्रवाई करने, उसके अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने और पीड़िता के परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की। प्रशासन ने संगठनों से उनकी मांगें लिखित रूप में देने को कहा, जिसके बाद पीड़िता का शव 18 घंटे बाद अंतिम संस्कार के लिए दिया गया। पूरे मामले ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है।