Guna News: मध्य प्रदेश के गुना ज़िले के मधुसूदनगढ़ से एक बेहद दुखद तस्वीर सामने आई है। इलाज के अभाव में छोटे भाई ने बड़े भाई की गोद में ही दम तोड़ दिया। आकाश सिलावट ने सरकारी अस्पताल की चौखट पर ही दम तोड़ दिया। परिवार गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन आखिरी वक़्त तक कोई डॉक्टर नहीं पहुँचा।
महिलाएँ चीखती रहीं, लेकिन किसी का दिल नहीं पिघला। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की तस्वीरें सरकारी व्यवस्था की लापरवाही को उजागर करती हैं।
दरअसल, आकाश सिलावट नाम के एक युवक का मोटरसाइकिल एक्सीडेंट हो गया। परिवार आकाश को घायल अवस्था में लेकर मधुसूदनगढ़ के सरकारी अस्पताल पहुँचा। लेकिन अस्पताल में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। आकाश का बड़ा भाई उसे गोद में लिए सरकारी अस्पताल की चौखट पर बैठा रहा। वह मदद की गुहार लगाता रहा, महिलाएँ हाथ जोड़कर आकाश को बचाने की विनती करती रहीं, लेकिन कोई सरकारी डॉक्टर अस्पताल नहीं पहुँचा। आखिरकार, आकाश ने अपने बड़े भाई की गोद में ही दम तोड़ दिया।
डॉक्टर ड्यूटी पर मौजूद नहीं
दरअसल, गुना ज़िले में स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई है। हालात ये हैं कि डॉक्टर ड्यूटी पर मौजूद नहीं रहते, एम्बुलेंस की कमी है और नर्सिंग स्टाफ़ भी लापरवाह हैं। जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग को अक्सर विवादों का सामना करना पड़ता है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर प्रशासन को स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के बारे में चेतावनी दी और जाँच की माँग की।
लापरवाही के बारे में पूछे जाने पर, ज़िला स्वास्थ्य अधिकारी राजकुमार ऋषिश्वर ने एक बयान में कहा कि अस्पताल में पर्याप्त स्टाफ़ है। मौत के कारणों की जाँच की जा रही है। मधुसूदनगढ़ के बीएमओ को पत्र लिखकर जवाब माँगा गया है।