आज लोकसभा में ‘Operation Sindoor’ पर चर्चा का दूसरा दिन है। संसद का माहौल गर्म है और सभी की निगाहें शाम 6 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर टिकी हुई हैं। सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस ऑपरेशन को लेकर बड़ा बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि अब भारत पाकिस्तान को डोजियर नहीं देता बल्कि सीधा एक्शन लेता है। इस बयान पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी और सरकार पर तथ्यों से भागने का आरोप लगाया।
राज्यसभा में भी हंगामे के आसार
सिर्फ लोकसभा ही नहीं बल्कि आज राज्यसभा में भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर जोरदार बहस की उम्मीद है। दोपहर 1 बजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राज्यसभा में बहस की शुरुआत करेंगे। विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मोर्चा संभालेंगे। इसके अलावा विदेश मंत्री एस. जयशंकर और गृहमंत्री अमित शाह भी सरकार का पक्ष रखते हुए विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे। राज्यसभा में इस मुद्दे पर 16 घंटे की चर्चा निर्धारित की गई है।
विपक्ष पर बीजेपी का पलटवार
बीजेपी सांसद दिनेश शर्मा ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि विपक्ष पहले चर्चा की मांग करता है और फिर चर्चा के दौरान हंगामा करता है। उन्होंने कहा कि जब देश के रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री अपनी बात कह रहे हैं तो विपक्ष को सुनना चाहिए। उनका आरोप है कि विपक्ष का उद्देश्य सिर्फ सदन को बाधित करना है। दिनेश शर्मा ने यह भी दावा किया कि आज पीएम मोदी का भाषण विपक्ष को चुप करा देगा।
मनीष तिवारी का तंज कांग्रेस हाईकमान पर
लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा करने वाले सांसदों की सूची में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी का नाम नहीं है। इसे लेकर मनीष तिवारी ने कांग्रेस नेतृत्व पर अप्रत्यक्ष रूप से सवाल उठाए हैं। उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर करते हुए एक खबर का स्क्रीनशॉट डाला जिसमें लिखा था कि शशि थरूर और मनीष तिवारी ने सरकार का समर्थन किया जिसके कारण उन्हें चर्चा से बाहर रखा गया। तिवारी ने इसके साथ एक शायरी भी लिखी जिसमें उन्होंने इशारों में अपनी नाराजगी जाहिर की।
अमित शाह और राहुल गांधी आज आमने-सामने
गृह मंत्री अमित शाह आज दोपहर 12 से 1 बजे के बीच लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर अपनी बात रखेंगे। उधर विपक्ष की ओर से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी आज सदन में बोल सकते हैं। दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस की संभावना है। आज का दिन संसद के लिए बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी भी चर्चा में हस्तक्षेप कर सकते हैं। सभी पक्षों की प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट है कि यह बहस राजनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील और असरदार साबित होने वाली है।
July 28, 2025