पहुगलाम आतंकी हमले को लेकर लोकसभा में मंगलवार को विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए। कांग्रेस समेत कई दलों ने इसे खुफिया और सुरक्षा व्यवस्था की विफलता करार दिया। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह असली सवालों से बच रही है और सच्चाई छिपा रही है। विपक्ष का कहना था कि सरकार केवल सोशल मीडिया और भाषणों में ही सब कुछ सामान्य बताती है जबकि जमीनी हकीकत कुछ और है।
विदेश नीति पर भी उठे सवाल
विपक्षी नेताओं ने सरकार की विदेश नीति को पूरी तरह विफल बताया। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री मोदी के संसद में जवाब पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक भी सवाल का सीधा जवाब नहीं मिला। खेड़ा ने पूछा कि आखिर आतंकवादी भारत में घुसे कैसे और हमला कैसे हुआ। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब अमेरिका ने सीज़फायर की घोषणा की तो भारत ने क्या किया?
चीन पर चुप्पी और पाकिस्तान पर निंदा का अभाव
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि यह पहली बार हुआ है जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान सीज़फायर की घोषणा की थी। उन्होंने इसे तीसरे पक्ष की सीधी दखलअंदाजी बताया। साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने चीन का नाम लेने की हिम्मत तक नहीं की जबकि खतरा वहां से भी कम नहीं है। वहीं डीएमके सांसद ए. राजा ने कहा कि G7, G20 और BRICS जैसे कोई भी वैश्विक समूह पाकिस्तान की निंदा नहीं कर पाया।
हमला और खुफिया विफलता पर चिंता
सांसदों ने गृहमंत्री अमित शाह के बयान को भी नाकाफी बताया। वेणुगोपाल ने कहा कि सरकार कहती है कि कश्मीर घूमने जाना सुरक्षित है, लेकिन क्या पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी नहीं है? 26 लोगों की हत्या इस बात का प्रमाण है कि सुरक्षा में भारी चूक हुई है। अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार ने धारा 370 हटाते समय कहा था कि अब आतंकवाद खत्म होगा, फिर ये हमला कैसे हुआ?
आतंकवाद बनाम चीन का खतरा
अखिलेश यादव ने संसद में कहा कि असली खतरा पाकिस्तान से नहीं बल्कि चीन से है। उन्होंने कहा कि चीन न सिर्फ हमारी ज़मीन छीन रहा है बल्कि हमारे बाजार पर भी कब्जा कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि 2014 में भारत का क्षेत्रफल क्या था और आज क्या है। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर सरकार वाकई आतंकवाद को रोकना चाहती है तो चीन के साथ व्यापारिक रिश्ते सीमित करे।
July 28, 2025