लोकसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद प्रणीति शिंदे ने सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन असली मिशन से ज्यादा एक मीडिया शो बनकर रह गया है। उनके अनुसार सरकार ने इसे एक प्रचार अभियान की तरह पेश किया। उन्होंने इसे ‘तमाशा’ कह दिया जिससे संसद में भारी हंगामा हुआ।
पीड़ित परिवारों के लिए सहानुभूति, सरकार पर नाराज़गी
प्रणीति शिंदे ने यह साफ किया कि उनका गुस्सा उन लोगों के प्रति नहीं है जिन्होंने अपने परिवार के सदस्य खोए हैं। उन्होंने कहा कि अगर उनके बयान से किसी पीड़ित परिवार को ठेस पहुँची है तो वह हजार बार माफी मांगने को तैयार हैं लेकिन बीजेपी के ट्रोल्स और अंधभक्तों से माफी नहीं मांगेंगी।
सरकार पर पीआर का आरोप
प्रणीति का आरोप है कि बीजेपी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को एक पब्लिसिटी स्टंट की तरह इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि इसका नाम देशभक्ति से भरा जरूर लगता है लेकिन सरकार अब तक पहलगाम हमले के दोषियों को पकड़ने में नाकाम रही है। उनके अनुसार सरकार ने शहीदों के नाम पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश की।
बयान हटाया गया, लेकिन रुख कायम
लोकसभा की कार्यवाही से प्रणीति का ‘तमाशा’ वाला बयान हटा दिया गया है। लेकिन इसके बावजूद वे अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि वे अब भी मानती हैं कि सरकार ने इस मिशन को मीडिया में बहुत बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया। उनका यह रुख बताता है कि विपक्ष अब सरकार की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर भी सवाल उठाने से पीछे नहीं हट रहा।
कौन हैं प्रणीति शिंदे
प्रणीति शिंदे महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे की बेटी हैं। वे महाराष्ट्र की राजनीति में काफी सक्रिय हैं और 2024 में सोलापुर से लोकसभा सांसद चुनी गई हैं। इससे पहले वे तीन बार सोलापुर सिटी सेंट्रल सीट से विधायक रह चुकी हैं। उनके इस बयान से अब वे बीजेपी के निशाने पर आ गई हैं लेकिन कांग्रेस उन्हें डटकर समर्थन दे रही है।
July 28, 2025