भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ रोमांच से भरी रही और आखिरी टेस्ट मैच में भारत ने 6 रन से जीत दर्ज कर सीरीज़ को 2-2 की बराबरी पर खत्म किया। इस जीत में यशस्वी जायसवाल, अक्षदीप, वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा ने अहम भूमिका निभाई। टीम की इस सामूहिक सफलता के बाद बीसीसीआई ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसने एक नए विवाद को जन्म दे दिया।
गौतम गंभीर का बयान और विवाद की शुरुआत
बीसीसीआई द्वारा साझा किए गए वीडियो में भारतीय टेस्ट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने कहा, “इस टीम की सोच यही है कि यहां कोई एक खिलाड़ी नहीं है, हमें टीम के रूप में प्रदर्शन करना है। जिस तरह से इन खिलाड़ियों ने खेला है, मैं हमेशा कहता हूं कि आपको वही मिलेगा जो आपको मिलना चाहिए।” इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर फैन्स ने अनुमान लगाना शुरू कर दिया कि गंभीर ने यह बात विराट कोहली और रोहित शर्मा की ओर इशारा करते हुए कही है।
क्या कोहली-रोहित पर साधा निशाना?
गौतम गंभीर के इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर फैन्स ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से विराट और रोहित पर निशाना साधा है। ये दोनों ही दिग्गज बल्लेबाज़ इंग्लैंड सीरीज़ से पहले ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। फैंस का मानना है कि गंभीर का “कोई एक खिलाड़ी नहीं” वाला बयान इसी संदर्भ में दिया गया है, जो उनके पुराने बयानों और विराट-गंभीर की टकराव भरी इतिहास को देखते हुए और भी चर्चाओं का कारण बन गया।
टीम इंडिया की सामूहिक सफलता
लांकि, इस सीरीज़ में टीम इंडिया ने युवा खिलाड़ियों के दम पर बेहतरीन प्रदर्शन किया। यशस्वी जायसवाल ने जहां बल्ले से धूम मचाई, वहीं अक्षदीप और सुंदर ने बल्ले और गेंद दोनों से कमाल किया। इस जीत ने यह दिखा दिया कि टीम अब व्यक्तिगत प्रदर्शन से ऊपर उठकर सामूहिक प्रयासों के दम पर मैच जीत रही है। गंभीर का बयान भी संभवतः इसी भावना को दर्शाने का प्रयास था।
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया
गंभीर के बयान को लेकर सोशल मीडिया दो हिस्सों में बंट गया है। कुछ लोग इसे टीम स्पिरिट को बढ़ावा देने वाला बयान मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे पुराने विवादों की आग में घी डालने वाला बयान मान रहे हैं। फिलहाल, बीसीसीआई या गंभीर की ओर से इस पर कोई सफाई नहीं आई है, लेकिन यह साफ है कि बयान ने क्रिकेट फैंस के बीच बहस को जन्म दे दिया है।
August 4, 2025