सिडनी। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के पूर्व कप्तान और क्रिकेट के महान खिलाड़ी Bob Simpson का 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। बॉब सिम्पसन ऑस्ट्रेलिया के सबसे प्रभावशाली क्रिकेटरों में से एक माने जाते थे। खिलाड़ी के रूप में उन्होंने अपनी प्रतिभा से सभी को प्रभावित किया और बाद में ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच बनकर उन्होंने टीम को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
ऑस्ट्रेलियाई टीम को बुरे दौर से निकाला
1986 में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम अपनी सबसे खराब स्थिति में थी। इसी समय बॉब सिम्पसन ने टीम का कोच बनने का जिम्मा संभाला। कप्तान एलन बॉर्डर के साथ मिलकर उन्होंने टीम में युवा खिलाड़ियों को शामिल किया और टीम को मजबूत बनाया। उनके प्रयासों से डेविड बून, डीन जोन्स, स्टीव वॉ, क्रेग मैकडरमॉट और मर्व ह्यूजेस जैसे खिलाड़ी टीम में आए और ऑस्ट्रेलिया के लिए नए कीर्तिमान स्थापित किए।
कोचिंग में पहला ODI वर्ल्ड कप जिताया
बॉब सिम्पसन ने 1986 में ऑस्ट्रेलिया की कोचिंग संभाली और 1996 तक इस पद पर रहे। उनके कोचिंग काल में ऑस्ट्रेलिया ने अपना पहला ODI वर्ल्ड कप जीता। फाइनल में इंग्लैंड को 7 रन से हराया गया। इसके अलावा, 1989 में ऑस्ट्रेलिया ने एशेज सीरीज भी अपने नाम की। उनके नेतृत्व और रणनीति ने टीम को नया आत्मविश्वास और सफलता दिलाई।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने जताया शोक
बॉब सिम्पसन के निधन पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने शोक जताया और उन्हें सच्चे क्रिकेट लेजेंड का सम्मान दिया। ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि बॉब ने अपनी पूरी जिंदगी खेल के लिए समर्पित की। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
खिलाड़ी के रूप में शानदार करियर
बॉब सिम्पसन ने 1957 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया और 62 टेस्ट मैचों में कुल 4869 रन बनाए। इनमें 10 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं। सभी शतक उन्होंने कप्तान के रूप में बनाए। उन्होंने 1978 में अपने क्रिकेट करियर का आखिरी टेस्ट खेला। पहले क्लास क्रिकेट में उनके नाम 21,029 रन दर्ज हैं। बॉब सिम्पसन की खेल भावना और कोचिंग की मिसाल हमेशा क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगी।