Satna News: मध्य प्रदेश के सतना जिले से एक ऐसी खबर आई है जिस पर यकीन करना मुश्किल है। सरकार ने एक सरकारी दस्तावेज में एक व्यक्ति को देश का सबसे गरीब व्यक्ति घोषित किया है। शून्य रुपये का वार्षिक आय प्रमाण पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जो चर्चा का विषय बन गया है।
सतना जिले की कोठी तहसील में आय प्रमाण पत्र का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा है कि उचेहरा तहसील से एक ऐसी खबर सामने आई है जो लोगों को सोचने पर मजबूर कर देती है। दरअसल, उचेहरा तहसील के अमदरी गाँव निवासी संदीप कुमार नामदेव के पिता रामबहोर नामदेव को एक आय प्रमाण पत्र जारी किया गया था। जिसमें उनकी वार्षिक आय शून्य रुपये लिखी गई थी।
आय प्रमाण पत्र में परिवार की सभी स्रोतों से होने वाली आय शून्य रुपये वार्षिक दर्ज है। अब सवाल यह है कि क्या किसी परिवार की वार्षिक आय शून्य रुपये होना संभव है? शून्य रुपये वार्षिक आय वाला परिवार कैसे जीवन यापन करता होगा? तहसील ने किस आधार पर शून्य रुपये का वार्षिक आय प्रमाण पत्र जारी किया? यह समझ से परे है। यह मामला बेहद गंभीर बताया जा रहा है और इसकी उच्च स्तरीय जाँच चल रही है।